पत्रकारिता समाज को सूचना, विचार और विश्लेषण उपलब्ध कराने का माध्यम है।
समय और तकनीक के साथ इसकी कई शाखाएँ विकसित हुई हैं।
मुख्य रूप से पत्रकारिता तीन प्रमुख रूपों में बँटी मानी जाती है — प्रिंट पत्रकारिता, इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता और डिजिटल पत्रकारिता।
हर शाखा की अपनी विशेषताएँ, कार्यशैली और प्रभाव क्षेत्र है।
1️⃣ प्रिंट पत्रकारिता (Print Journalism)
यह पत्रकारिता का सबसे पुराना और परंपरागत रूप है।
अख़बार, पत्रिकाएँ और समाचार पत्रिकाएँ इसी में आती हैं।
विशेषताएँ:
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मुद्रित शब्दों के माध्यम से जानकारी का प्रसार।
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समाचार, लेख, संपादकीय और रिपोर्ट इसमें शामिल।
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गहराई से विश्लेषण और विस्तृत रिपोर्टिंग का अवसर।
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स्थायी रिकॉर्ड के रूप में सुरक्षित रहता है।
महत्व:
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अब भी ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में बड़ी पाठक संख्या।
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शिक्षण और शोध के लिए प्रामाणिक स्रोत।
2️⃣ इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता (Electronic Journalism)
रेडियो और टेलीविज़न के माध्यम से सूचना देने की विधा को इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता कहते हैं।
20वीं सदी में यह पत्रकारिता का सबसे प्रभावशाली रूप बन गया।
विशेषताएँ:
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आवाज़ और दृश्य के माध्यम से समाचार प्रस्तुत करना।
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तुरंत और व्यापक असर डालने की क्षमता।
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लाइव कवरेज और ब्रेकिंग न्यूज़ की विशेषता।
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शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय।
महत्व:
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बड़ी संख्या में दर्शक और श्रोता।
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आपातकालीन सूचना पहुँचाने का सबसे तेज़ साधन।
3️⃣ डिजिटल पत्रकारिता (Digital Journalism)
इंटरनेट और स्मार्टफोन के आने के बाद पत्रकारिता का सबसे नया और तेजी से बढ़ता हुआ रूप है — डिजिटल पत्रकारिता।
ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल, सोशल मीडिया, ब्लॉग और यूट्यूब चैनल इसी के अंतर्गत आते हैं।
विशेषताएँ:
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24x7 तुरंत सूचना उपलब्ध।
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इंटरएक्टिव और मल्टीमीडिया (टेक्स्ट, ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स) का उपयोग।
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पाठक सीधे प्रतिक्रिया दे सकता है।
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वैश्विक पहुँच और तेज़ी से अपडेट।
महत्व:
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युवाओं और शहरी आबादी में सबसे लोकप्रिय।
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किसी भी घटना की सूचना कुछ ही मिनटों में पूरी दुनिया तक पहुँच जाती है।
✨ निष्कर्ष (Footer)
पत्रकारिता समय और तकनीक के साथ निरंतर विकसित हो रही है।
जहाँ प्रिंट पत्रकारिता गहराई और गंभीरता के लिए जानी जाती है, वहीं इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता तेज़ और दृश्यात्मक प्रभाव डालती है।
डिजिटल पत्रकारिता ने पत्रकारिता को और भी लोकतांत्रिक, सुलभ और तात्कालिक बना दिया है।
एक सफल पत्रकार को इन तीनों शाखाओं की समझ होना ज़रूरी है ताकि वह समय और पाठकों की ज़रूरतों के अनुसार अपनी भूमिका निभा सके।
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