जाने दो मुझे/निकहत अफ़शांँ

 लौट कर फिर आना है अभी जाने दो मुझे। 

फ़र्ज़ अपना निभाना ह अभी जाने दो मुझे ।

डालो न  तुम भेड़ियाँ ये मोहब्बत की पांँव में, 

देख सरहद को बचाना है अभी  जाने दो मुझे ।

हांँ ये  ऐतराफ़ है कि मुझे तुमसे प्यार है बहुत ,

पर दुश्मन से टकराना है  अभी जाने दो मुझे ।

तू शेर- ए - दिल का प्यार है  कमज़ोर ना होना ,

तुझे भी बंदूक उठाना है अभी जाने दो मुझे ।

तश्नगी बाक़ी  है अभी वो जाम ए शहादत की ,

तिरंगा ख़ुद में लहरानाह अभी जाने दो मुझे  ।

झेलनी है कितनी गोलियांँ हमें सीने पर अभी ,

मरना है या मर जाना है अभी  जाने दो मुझे ,

ये जुदाई का लम्हा हो सकता है मुख्तसर भी 

क्यों आंँसू बहाना है  अभी जाने दो मुझे  ।

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