पत्रकारिता में तथ्य और प्रमाण की विश्वसनीयता सबसे महत्वपूर्ण होती है, और इसे सुनिश्चित करने के लिए गुप्त स्रोतों और शोध (रिसर्च) की तकनीक का उपयोग अत्यंत आवश्यक है। गुप्त स्रोत ऐसे लोग या संस्थाएँ होती हैं जो जानकारी साझा करना चाहते हैं, लेकिन अपने नाम या पहचान को सार्वजनिक नहीं करना चाहते। ये स्रोत पत्रकारों को ऐसे तथ्य प्रदान कर सकते हैं जो अन्य माध्यमों या सार्वजनिक दस्तावेज़ों में उपलब्ध नहीं होते। गुप्त स्रोतों का सही और सुरक्षित उपयोग करना पत्रकारिता में निष्पक्षता और विश्वसनीयता बनाए रखने की कुंजी है। गुप्त स्रोतों से जानकारी प्राप्त…
आज के डिजिटल और सूचना युग में पत्रकारिता केवल तथ्यों को रिपोर्ट करने तक सीमित नहीं रह गई है; बल्कि सूचना जुटाने, विश्लेषण करने और तथ्य प्रस्तुत करने की क्षमता ही उसे प्रभावी बनाती है। इसी संदर्भ में RTI (सूचना का अधिकार) और डेटा पत्रकारिता महत्वपूर्ण उपकरण बनकर उभरे हैं। RTI पत्रकारों को सरकारी विभागों, एजेंसियों और सार्वजनिक संस्थाओं से तथ्य और दस्तावेज़ सीधे प्राप्त करने का अधिकार देती है। इसके माध्यम से पत्रकार विभिन्न योजनाओं, सरकारी खर्चों, नीतियों और निर्णयों के पीछे की वास्तविक स्थिति जान सकते हैं। यह पारदर्शिता सुनिश्चित करती है और …
खोजी पत्रकारिता पत्रकारिता की सबसे चुनौतीपूर्ण और प्रभावशाली शाखा मानी जाती है। यह केवल सतही खबरों या सामान्य रिपोर्टिंग तक सीमित नहीं रहती, बल्कि गहन जांच, साक्ष्यों के विश्लेषण और विभिन्न स्रोतों से जानकारी जुटाने के माध्यम से समाज में छिपी हुई सच्चाई को सामने लाने का कार्य करती है। इसमें पत्रकार को घटनाओं के पीछे के कारणों, प्रासंगिक दस्तावेज़ों, सरकारी और निजी रिकॉर्डों, प्रत्यक्षदर्शियों और कभी-कभी गोपनीय स्रोतों से तथ्यों की पुष्टि करनी पड़ती है। खोजी पत्रकारिता का उद्देश्य न केवल खबर देना है, बल्कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनुचित प्…
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